आपके कार्ड की जानकारी को
सुरक्षित रखने के उपाय
- बैंक द्वारा भेजी जाने वाली सूचनाओं पर ध्यान दें, जैसे लेन-देन की सूचनाएँ, पते/मोबाइल नंबर में बदलाव इत्यादि, और कोई भी गड़बड़ी होने पर बैंक को सूचित करें
- बैंक को दिये गये मोबाइल नंबर या पते में कोई भी बदलाव होने पर बैंक को तुरंत सूचित करें
- अपना पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर (पिन) याद करें, इसे नियमित रूप से बदलते रहें और पिन नंबर से जुड़े सभी काग़ज़ी दस्तावेज़ नष्ट कर दें
- सुनिश्चित करें कि किसी विक्रेता आउटलेट में लेन-देन के बाद आपको लौटाया गया क्रेडिट/डेबिट कार्ड आपका है
- विक्रेता आउटलेट में आपकी मौजूदगी में आपका क्रेडिट/डेबिट कार्ड स्वाइप करने की मांग करें
- लेन-देन के बाद राशि की पुष्टि के लिये लेन-देन की सूचना के मेसेज की जॉंच करें
- सुनिश्चित करें कि पीओएस मशीनों और एटीएम पर पिन डालते समय आपका क्रेडिट/डेबिट कार्ड पिन किसी और को दिखाई न दे
- क्रेडिट/डेबिट कार्ड खो जाने पर या गलती से अपनी जानकारी किसी को दे देने पर तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें
- बैंक का कस्टमर केयर नंबर हमेशा अपने साथ रखें, ताकि किसी भी सहायता/आपातकालीन स्थिति/ कार्ड खोने/ विवादित लेन-देन की स्थिति में आप तुरंत कॉल कर सकें
- झूठे मेसेजेज़/कॉल्स/ईमेल्स से सावधान रहें और कभी भी इनके जवाब में अपने विवरण न भेजें
- अपना क्रेडिट/डेबिट कार्ड किसी को भी न दें, भले ही कोई इंडसइंड बैंक का प्रतिनिधि होने का दावा क्यों न करे
- किसी को भी अपना पिन/ ओटीपी/ सीवीवी/ वीबीवी/ मास्टर सिक्योर पासवर्ड न बतायें. बैंक या कोई भी सरकारी संस्था इस तरह की जानकारी नहीं मांगती
- असुरक्षित वाइ-फाइ नेटवर्क्स से अपने कार्ड/खाते का इस्तेमाल न करें और न ही सार्वजनिक स्थलों में ऐसे नेटवर्क्स पर ऑनलाइन शॉपिंग करें
- एटीएम में अपरिचित लोगों से मदद न मांगें, भले ही वे स्वेच्छा से मदद का प्रस्ताव क्यों न रखें